चमेली
चमेली का वृक्ष छोटा होता है। चमेली के फूल सफेद होते हैं।लाभ व उपचार
चमेली के फूल व अतर सूंघने से मस्तक पीड़ा , हृदय की जलन और शरीर की गरमी शान्त होती है ,परन्तु सर्दी से सिर दुखता हो तो चमेली का फूल और अतर नहीं सूंघे। चमेली के पत्ते पानी में उवाल लें फिर उस पानी से कुल्ली करने पर मुख के छाले ठीक हो जाते हैं। चमेली के पत्तों का अर्क पीने से मूत्र रोग अच्छा हो जाता है। इसकी पत्ती के रस को तिल के तेल में पका कर छान लेवें , इस तैल के लगाने से लिंगेन्द्रिय की वृद्धि होती है।
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