पानड़ी
पानड़ी का वृक्ष छोटा होता है , इसका अतर सूँघने से मस्तक पीड़ा दूर हो जाती है। अतर को गरम कर दिन में चार बार मस्तक पर लगाने से सिर की पीड़ा शान्त हो जाती है। पानड़ी के अतर में जायफल घिसकर मिलावै। इस अतर को दो तीन बार सूँघे तो सरसाम रोग शान्त हो जाता है।
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